InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
किसी ट्रांजिस्टर का निवेशी प्रतिरोध निम्न तथा निर्गत प्रतिरोध उच्च क्यों होता है, व्याख्या कीजिए। |
|
Answer» किसी ट्रांजिस्टर का उत्सर्जक सदैव अग्र दिशिक तथा संग्राहक सदैव पश्च दिशिक रखा जाता है। अतः अल्प उत्सर्जक -वोल्टता से ही पर्याप्त उत्सर्जक-धारा उत्पन्न हो जाती है। इसका अर्थ यह भी है की ट्रांजिस्टर के निवेशी सिरों पर सिग्नल-वोल्टता में अल्प-परिवर्तन उत्सर्जक-धारा में काफी बड़ा परिवर्तन उत्पन्न कर देता है। दूसरे शब्दों में, उत्सर्जक पर लगाये गये सिग्नल-वोल्टता के लिए निवेशी प्रतिरोध का मान बहुत कम होता है। पश्च दिशिक संग्राहक-आधार से विसरित होने वाले सभी आवेश-वाहकों को एकत्रित कर लेता है। अतः संग्राहक-वोल्टता में वृहत परिवर्तन संग्राहक-धारा में केवल अल्प परिवर्तन कर पाता है। अतः ट्रांजिस्टर का निर्गत प्रतिरोध बहुत उच्च होता है। |
|