|
Answer» कोणार्क सूर्यमंदिर उड़ीसा के पुरी जिल्ले में बंगाल की खाड़ी के पास है । - इस मंदिर का निर्माण तेरहवीं सदी में गंगवंश के राजा नरसिंह वर्मन प्रथम ने करवाया था ।
- सात घोड़ों द्वारा खींचते इस मंदिर का आकार सूर्य के रथ का दिया गया है ।
- इसके 12 चौड़े पहिए है । मंदिर के आधार को सुंदरता प्रदान करते ये पहिएँ वर्ष के 12 महीनों को सूचित करते है ।
- प्रत्येक चक्र में आठ आरे है, जो दिन के आठ पहरों को बताते है ।
- रूपांकनों की सूचना और विषय विविधता की दृष्टि से यह मंदिर अद्वितीय है ।
- इस मंदिर का निर्माण काले पत्थरों से होने के कारण इसे काला पैगोड़ा भी कहते हैं ।
- द्विप, सांसारिक और सजावट इन तीनों प्रकार की शिल्पों में 13वी सदी की उड़ीसा की संस्कृति और सभ्यता का प्रतिबिंब दृष्टिगोचर होता है ।
|