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कविता सेप्रश्न 1 आप पहने हुए हैं कुल आकाश' के माध्यमसे लड़की कहना चाहती है कि-(क) चाँद तारों से जड़ी हुई चादर ओढ़कर बैठा है।(ख) चाँद की पोशाक चारों दिशाओं में फैली हुई अनुमहै।तुम किसे सही मानते हो ?प्रtie​

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चांद से थोड़ी-सी गप्पें कविता शमशेर बहादुर सिंह द्वारा लिखी गई है| कविता में कवि ने लड़की जो दस ग्यारह साल की होती है जो चाँद से बाते करती है , उन बातों का वर्णन किया गया है|

आप पहने हुए हैं कुल आकाश' के माध्यम  से लड़की कहना चाहती है कि-

मेरा मानना यह है कि दोनों वाक्य में चाँद के वस्त्रों की बात की रही है| चाँद को कहती है , आपके कपड़े पुरे आकाश है|

चाँद तारों से चमकती हुई चादर को ओढ़कर बैठा है।आकाश ही तुम्हारा वस्त्र है जिस पर बहुत सारे तारे चमके हुए है| चाँद की पोशाक चारों दिशाओं में फैली हुई है| कपड़े पहनकर सिर्फ आपका चेहरा ही दिखाई दे रहा है|

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कविता में 'आप पहने हुए हैं कुल आकाश' कहकर लड़की क्या कहना चाहती है?



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