InterviewSolution
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क्या कारण है कि किसी धातु के लिए एक निश्चित मान से अधिक तरंगदैर्घ्य के प्रकाश के प्रकाश-विघुत उत्सर्जन नहीं होता ? |
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Answer» कार्यफलन `phi = hv_(0) = (hc)/(lambda_(0))` यदि आपतित प्रकाश का तरंगदैर्घ्य एक निश्चित तरंगदैर्घ्य `lambda_(0)` से अधिक है, तो आपतित फोटॉन की ऊर्जा, धातु के कार्य-फलन से कम होगी | अतः धातु से प्रकाश-विघुत उत्सर्जन नहीं होगा | |
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