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Answer» सन् 1962 के क्यूबा संकट के समय अमेरिका और सोवियत संघ दोनों महाशक्तियों ने सीमान्तवादिता के खतरे को अनुभव किया । - अमेरिका और सोवियत संघ के प्रधानों के बीच पहलीबार हॉटलाईन वार्ता हुई ।
- सोवियत युनियन ने परमाणु शस्त्रों से सुसज्जित मिसाइलोंवाला जहाज अरबियन सागर से वापस लौटा लेने का निर्णय लिया ।
- अमेरिका ने क्यूबा की ओर रूख किये हुए अपने परमाणु शस्त्रोंवाले मिसाइलों को म्यान में रख लिया ।
- 1962 के क्यूबा प्रक्षेपास्त्र संकट के भयावह अनुभव के बाद दोनों महासत्ताओं के तनाव की कमी आई जिसे तनाव शैथिल्य कहा ग !
- इसके बाद 1963 से 1978 की अवधि में तनाव कम करने के अनेक समझौते हुए । दोनों सत्ताओं के बीच संदेशों का आदान-प्रदाः शुरू हुआ ।
- इसलिए क्यूबा संकट को शीतयुद्ध के अंत के आरंभ के रूप में माना जाता है ।
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