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लेखक ने 'सूरज छाप' टार्च की पेटी को नदी में क्यों फेंक दिया? क्या आप भी वही करते? |
Answer» हां , मैं भी वही करता जो लेखक ने किया।मैं भी 'सूरज छाप' टार्च की पेटी को नदी में फेंक देता क्योंकि इतनी कड़ी मेहनत करने के बाद भी बहुत कम कमा पाता था और दार्शनिक साधु या संत अंधेरे का डर दिखाकर लोगों को अपनी कंपनी की टार्च बेचना चाहते हैं। उन्हें तो केवल अपना स्वार्थ सिद्ध करना है चाहे वह इसे जैसे भी सिद्ध करें। HOPE THIS ANSWER WILL HELP YOU... Here are some more QUESTIONS from this CHAPTER :भीतर के अँधेरे की टार्च बेचने और ‘सूरज छाप' टार्च बेचने के धंधे में क्या फ़र्क है? पाठ के आधार पर बताइए। टार्च बेचने वाले किस प्रकार की स्किल का प्रयोग करते हैं? क्या इसका 'स्किल इंडिया' | प्रोग्राम से कोई संबंध है? |
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