InterviewSolution
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“माँगे घटत रहीम पद …………..तऊ बावनै नाम।” । प्रस्तुत दोहे का कथन स्पष्ट कीजिए। |
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Answer» इस दोहे में कवि ने माँगने या याचना करने से, मनुष्य की प्रतिष्ठा और पद कम होने के बारे में बताया है। देवताओं को उनका स्वर्ग राज्य पुनः दिलाने के लिए, विष्णु एक वामन (बौने ) बटुक (छात्र) का वेश धारण करके दैत्यराज बलि से थोड़ी-सी भूमि माँगने गए। उन्होंने बलि से केवल तीन डग धरती माँगी। जब बलि देने को प्रस्तुत हो गए तो विष्णु ने अपने शरीर को इतना विराट कर लिया कि उनके दो डगों में सारी धरती नप गई और तीसरा डग फिर भी बाकी रही। कवि ने इस कथा द्वारा यही संकेत दिया है कि इतना विशाल आकार धारण करने पर भी विष्णु का नाम वामन अर्थात् बौना ही प्रसिद्ध हो गया। माँगने के कारण वह भगवान से याचक हो गये। अतः मनुष्य को अपना स्वाभिमान नहीं त्यागना चाहिए। हाथ नहीं फैलाना चाहिए। |
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