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माता का आँचल पाठ में भोला नाथ पिताजी के साथ कहाँ जाते थे? |
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Answer» माता का आँचल पाठ में भोला नाथ पिताजी के साथ कहाँ जाते थे? 'माता का अंचल' पाठ लेखक शिवपूजन सहाय के बालपन से जुड़ी हुई कहानी है। माता का आँचल पाठ यह पाठ माता से बच्चे का रिश्ता ममता पर आधारित है | यह कहानी पिता और पुत्र के प्रेम से आरंभ होती है। पुत्र के पिता उससे बहुत प्रेम करते हैं। माता का आँचल पाठ में भोला नाथ पिताजी के साथ पिता अपने साथ उसे सुलाते , सुबह जगाते और नहलाते थे | वह पूजा के समय उसे अपने पास बिठाकर शंकर जैसा तिलक लगाते और खुश कर देते थे | गंगा में मछलियों को दाना खिलने ले जाते थे और रामनाम लिखी हुई पर्चियों में लिपटी हुई आते की गोलियां गंगा में डालते| वापिस आते हुए रास्ते में पेड़ में भोला नाथ को झुला झुलाते| लेखक अपने पिता से बहुत प्यार करते थे | ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ संबंधित कुछ अन्य प्रश्न...► |
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