InterviewSolution
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मिश्रधातु मेग्निन के बने प्रतिरोधक के लिए गए निम्नलिखित प्रेक्षणों से आप क्या निष्कर्ष निकाल सकते है? |
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Answer» ओम का नियम उच्च कोटि की परिशुद्ता से लागू होता है| हम जानते है की ` R=( V)/(I) ` यहाँ पर दिए गए प्रेक्षणों से ` 0.20` से ` 8.0A ` तक की सभी धाराओं के लिए प्रतिरोध लगभग ` 19.7Omega ` समान है| धारा बढ़ने के साथ ` I^(2) R ` के दर से ऊष्मा उत्पन्न होती है एवं ताप भी बढ़ता है, परन्तु प्रतिरोध पर कोई प्रभाव नहीं होता| यहाँ पर हमें यह भी होता है की मिश्र धातु का प्रतिरोध अर्थात यहाँ मेंगनीन का प्रतिरोध ताप के साथ नहीं बदलता है और इनका प्रतिरोध तापीय गुणांक बहुत कम होता है|यह नगण्य रूप से छोटा होता है| इस प्रकार मिश्रधातु मेग्निन का प्रतिरोध और प्रतिरोधकता लगभग ताप से स्वतंत्र है| |
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