InterviewSolution
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मनुष्य अपनी क्षमता के अनुसार परहित कर सकता है। वह धन से या मनसे या तन से या तीनों से दूसरों की भलाई कर सकता है। दूसरों के प्रति सच्ची सहानुभूति करना भी परहित है। किसी को संकट से बचाना,किसी को कुमार्ग सेहटाना,किसी दुखी और निराश व्यक्ति को सांत्वना देना भी परहित के अंतर्गत आता है। भगवान राम ने ऋषि-मुनियों कीतपस्या में भंग डालने वाले राक्षसों का संहार किया। ईसा मसीह ने लोगों का उत्थान किया। अशोक सम्राट ने स्थान-स्थान परकुएं ,तालाब आदि खुदवा कर तथा वृक्ष लगवा कर जनता का उपकार किया। यही मानव का प्रमुख धर्म है।question answer 1. परहित से आप क्या समझते हैं?2. मनुष्य परहित किन-किन तरीकों से कर सकता है ?3. भगवान राम ने किस का संहार किया?4. सम्राट अशोक ने दूसरों की भलाई के लिए क्या कार्य किए? |
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Answer» अपनी क्षमता के अनुसार परहित कर सकता है। वह धन से या मनसे या तन से या तीनों से दूसरों की भलाई करसकता है। दूसरों के प्रति सच्ची सहानुभूति करना भी परहित है। किसी को संकट से बचाना,किसी को कुमार्ग सेहटाना,किसी दुखी और निराश व्यक्ति को सांत्वना देना भी परहित के अंतर्गत आता है। भगवान राम ने ऋषि-मुनियों कीतपस्या में भंग डालने वाले राक्षसों का संहार किया। ईसा मसीह ने लोगों का उत्थान किया। अशोक सम्राट ने स्थान-स्थान परकुएं ,तालाब आदि खुदवा कर तथा वृक्ष लगवा कर जनता का उपकार किया। यही मानव का प्रमुख धर्म है। |
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