InterviewSolution
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नाभिकीय संलयन के लिए उच्च ताप तथा उच्च घनत्व की आवश्यकता क्यों होती है? नाभिकीय संलयन अभिक्रिया सामान्य ताप पर सम्भव नहीं है क्यों? |
| Answer» नाभिक धनावेशित होते हैं। जब नाभिक संलयन हेतु अत्यन्त निकट आते हैं। तो उनके बीच तीव्र वैद्युत प्रतिकर्षण बल कार्य करते है। इन बलों के विरूद्ध नाभिकों के संलयन हेतु नाभिकों की गतिज ऊर्जा अत्यन्त उच्च होनी चाहिए जो अत्यन्त उच्च ताप (`~~10^(8)K`) पर ही प्राप्त की जा सकती है। इसी प्रकार यदि उच्च घनत्व हो तो कम स्थान में नाभिकों की अधिक संख्या होगी जिससे संलयन की दर सच पर्याप्त प्राप्त होगी। | |