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निबंध लेखन :राष्ट्रभाषा हिंदी का महत्व |
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Answer» राष्ट्रभाषा हिंदी का महत्व : यह हम सभी जानते हैं कि अनुच्छेद 343 (1) के तहत हिन्दी को 14 सितंबर, 1949 को राजभाषा के रूप में गौरवान्वित किया है। तब से हम हर वर्ष से 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाते हैं। भारत के अलग – अलग प्रांतों में अलग – अलग भाषाएँ बोली जाती हैं। हमें भारत के सभी प्रांतों से जुडने के लिए एक भाषा की आवश्यकता होती है। सारे भारतवासी जानते हैं कि वैसी भाषा हिन्दी है जो सारे भारतीयों को एकता के सूत्र में बाँधती है। आज केवल न भारत में बल्कि भारत के अलावा बंग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, भूटान, फिज़ी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिडाड एवं टुबेगो, दक्षिण अफ्रिका, बहरीन, कुवैत, ओमान, कत्तर, सौदी अरब गणराज्य, श्रीलंका, अमेरिका, इंग्लैंड, जर्मनी, जापान मॉरिशस, ऑस्ट्रेलिया आदि देशों में हिन्दी की माँग बढती ही जा रही है। विदेशों में भी हिन्दी की रचनाएँ लिखी जा रही है। जिसमें वहाँ के साहित्यकारों का भी विशेष योगदान है। विदेशों में भारतीयों से आपसी व्यवहार का भी विशेष योगदान है। विदेश भारतीयों से आपसी व्यवहार करने के लिए वहाँ के लोग भी हिन्दी सीख रहे हैं। इस तरह हिन्दी की माँग विश्व भर में बढती जा रही है। इसलिए विदेशी संस्थाएँ भी हिन्दी के प्रचार- प्रसार में जुट गई है। पाँच नारे :
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