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निबंध लेखन :संक्रांति (पोंगल) |
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Answer» प्रस्तावना : विषय : यह त्यौहार तीन दिन मनाया जाता है। पहले दिन को भोगी कहते हैं। दूसरे दिन को संक्रांति मनाते हैं और तीसरे दिन को कनुमा कहते हैं। त्यौहार के सिलसिले में सभी रिश्तेदार अपने घर आते हैं। सिर स्नान करके नये कपडे पहनते हैं। तरह – तरह के पकवान बनाकर खाते हैं। मिष्ठान्न खाते हैं। आंध्र के लोगों के विशेष पकवान जैसे हल्दी भात, दही भात, बोब्बट्लू, आवडा आदि बनाते और खाते हैं। इस त्यौहार की तैयारी एक महीने के पहले से ही होती है। घर और मकान साफ़ किये जाते हैं। दीवार पर चूना पोता जाता है। उपसंहार : |
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