|
Answer» सार्वजनिक साहसों की मालिकी और संचालन पर का नियंत्रण निजी क्षेत्र की इकाईयों अथवा कम्पनी को सौंपना अर्थात् कि । सार्वजनिक साहसों का संचालन और मालिकी निजी इकाईयों को सौंपने की प्रक्रिया अर्थात् निजीकरण । लाभ : निजीकरण के लाभ अर्थात् निजीकरण के सकारात्मक प्रभाव निम्नलिखित हैं : - कार्यक्षमता में वृद्धि होती है ।
- राजनैतिक दखलगीरी का अभाव देखने को मिलता है ।
- गुणवत्तायुक्त वस्तु अथवा सेवा का लाभ प्राप्त करना ।
- व्यवस्थित बाजार संचालन (Marketing)
- अत्याधुनिक नई टेक्नोलोजी का उपयोग किया जाता है ।
- दायित्व के मापदण्डों की स्थापना और उनका अमल होता है ।
- स्पर्धा के वातावरण का निर्माण होता है ।
- ढाँचागत सुविधाओं का सृजन होता है ।
- उत्पादन के विविध साधनों का महत्तम उपयोग होता है ।
- नये-नये संशोधन का लाभ प्राप्त करना ।
- सृजनात्मक तथा नवीनता का लाभ कमाना ।
दोष अथवा निजीकरण के नकारात्मक प्रभाव : निजीकरण के दोष/नकारात्मक प्रभाव निम्न होते है : - निजीकरण की व्यवस्था अपनाने से कर्मचारियों का शोषण होता है ।
- इस प्रकार की व्यवस्था में ग्राहकों का शोषण होता है ।
- इनमें उच्च संचालकों द्वारा अधिकार का दुरुपयोग दृष्टिगत होता है ।
- निजीकरण से आय औस सम्पत्ति का असमान वितरण का दोष देखने को मिलता है ।
- इनमें लाभ को अधिक प्राथमिकता दी जाती है ।
- इनमें कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा का अभाव दिखाई देता है ।
- निजीकरण अपनाने से इकाइयाँ भेदभाव पूर्ण नीति भी अपनाती है ।
|