InterviewSolution
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निम्न चित्र में प्रदर्शित आयत की भुजाएँ 0 .05 तथा 0.15 मीटर है । आयत के एक विकर्ण कोनो पर आवेश `q_(1)= -5.0 mu C` तथा `q_(2)=+2.0 mu C` रखे है। आयत के कोनो A व B पर वैद्घुत विभव ज्ञात कीजिए। एक तीसरे आवेश `q=3.0xx10^(-6)` कूलॉम को कोने A से B तक ले जाने में कितना कार्य करना पड़ेगा ? |
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Answer» निर्वात (अथवा वायु )में स्थित एक बिंदु-आवेश q कूलॉम के कारण r मीटर की दूरी पर वैधुत विभव `V=(1)/(4pi epsilon_(0))(q)/(r )` वोल्ट जहाँ `(1)/(3pi epsilon_(0))=9.0xx10^(9)` न्यूटन-`"meter"^(2)// "coolaum"^(2)` `therefore` बिंदु A पर , आवेश `q_(1)(= -5.0 mu C= -5.0xx10^(-6)` कूलॉम) के कारण वैधुत विभव `V_(1)=(9.0xx10^(9)("Newton-meter"^(2))/("coolaum"^(2)))xx((-5.0xx10^(6) "coolaum"))/(0.05 " meter")` `= -9.0 xx10^(5)` वोल्ट | तथा आवेश `q_(2)( =+2.0 mu C= +2.0xx10^(-6)` कूलॉम) के कारण वैधुत विभव `V_(2)=(9.0xx10^(9)("Newton-meter"^(2))/("coolam"^(2)))xx((+2.0xx10^(-6) "coolaum"))/(0.15 "meter")` `= +1.2xx10^(5)` वोल्ट | वैधुत विभव एक अदिश राशि है, अतः कई आवेशों के कारण वैधुत विभवो को बीजगणितीय रीती से जोड़ा जा सकता है । अतः बिंदु A पर नैट वैधुत विभव `V_(A)=V_(1)+V_(2)=(-9.0xx10^(5))+(1.2xx10^(5))` `=-7.8xx10^(5)` वोल्ट | इसी प्रकार, बिंदु B पर, आवेश `q_(1)` के कारण वैधुत विभव `V_(1)=(9.0xx10^(9)("Newton-meter"^(2))/("coolaum"^(2)))xx((-5.0xx10^(-6)"coolaum"))/(0.15 "meter")` `=-3.0xx10^(5)` वोल्ट| तथा आवेश `q_(2)` के कारण वैधुत विभव `V_(2)=(9.0xx10^(9)("Newton-meter"^(2))/("coolaum"^(2)))xx((+2.0xx10^(-6)"cooalum"))/(0.05 "meter") `=+3.6xx10^(5)` वोल्ट| `therefore` बिंदु B पर नैट वैधुत विभव `V_(B)=V_(1)+V_(2)=(-3.0xx10^(5))+(3.6xx10^(5))` `=0.6xx10^(5)`वोल्ट| `therefore` वैधुत विभवान्तर `V_(B)-V_(A)=0.6xx10^(5)-(-7.8xx10^(5))` `=8.4xx10^(5)` वोल्ट| अतः `3.0xx10^(-6)` कूलॉम को बिंदु A से बिंदु B तक ले जाने में आवश्यक कार्य W = आवेश `xx` वैधुत विभवान्तर `=(3.0xx10^(-6) "coolaum")xx(8.4xx10^(5)`वोल्ट) =2.52 जूल| |
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