1.

निम्न चित्रानुसार किसी सीधे तार जिसमे 12 A विधुत धरा प्रवाहित हो रही है को `2*0` सेमी त्रिज्या के अर्द्धवृत्ताकार चाप में मोड़ा गया है इस चाप के केंद्र पर चुम्बकीय क्षेत्र B को माने । (a) सीधे खण्डो के कारण चुम्बकीय क्षेत्र कितना है ? (b) किस रूप में अर्धवृत्त द्वारा B को दिया गया योगदान वृत्ताकार पाश के योगदान से भिन्न है और किस रूप में ये एक - दूसरे के समान है ? (c) क्या आपके उत्तर में कोई परिवर्तन होगा यदि तार को उसी त्रिज्या जे अर्धवृत्त में पहले की तुलना में उपरोक्त चित्र (b) में दर्शाये अनुसार उल्टी दिशा में मोड़ दें ?

Answer» (a) `vec(dl)` एवं `vec(r)` सीधे खंडो के प्रत्येक अवयव के लिए समान्तर है अतः `vec(dl)xxvec(r)=0` सीधे खंड (b) को कोई योगदान नहीं देते है
(b) अर्द्धवृत्ताकार चाप के केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र
`B=(mu_(0)I)/(2pir)`
दिया है - `I=12A,r=0*02` मी.
`mu_(0)=4pixx10^(-7)TmA^(-1)`
`:." "B=(4pixx10^(-7)xx12)/(4xx0*02)=1*9xx10^(-4)T`.
(c) दाहिने हाथ के नियम से चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा पेपर के तल के अभिलम्बवत होगी ।
इस स्थिति में `B=1*9xx10^(-4)T`
अर्थात B का परिमाण वही है लेकिन दिशा विपरीत होगी ।


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