InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
निम्नलिखित अपठित गद्य खंड को ध्यान से पढ़िए और उस पर आकलन हेतु पाँच ऐसे प्रश्न तैयार कीजिए, जिनके उत्तर मात्र एक-एक वाक्य में हो, पाँचवाँ प्रश्न शीर्षक के लिए अनिवार्य है : शरीरवृद्धि के साथ मनोवृद्धि होती है। लड़कों की मनोवृद्धि करनी है, उनको शिक्षा देनी है, तो शारीरिक श्रम कराके उनकी भूख जाग्रत करनी चाहिए। परिश्रम से उनकी भूख बढ़ेगी। जिसको दिनभर में तीन बार भूख लगती है उसे अधिक धार्मिक समझना चाहिए । भूख लगना जीवित मनुष्य का धर्म है। जिसे दिनभर में एक ही दफा भूख लगती है, संभवतः उसका जीवन अनीतिमय होगा। भूख तो भगवान का सन्देश है। भूख न होती तो दुनिया बिलकुल अनीतिमान और अधार्मिक बन जाती। फिर नैतिक प्रेरणा ही हमारे अंदर न होती । किसी को भूख-प्यास अगर न लगती तो हमें अतिथि-सत्कार का मौका कैसे मिलता ? सामने यह खम्भा खड़ा है, इसका हम क्या सत्कार करेंगे ? इसको न भूख है, न प्यास । हमें भूख लगती है, इसलिए हमारे पास धर्म है। |
|
Answer» (१) शारीरिक श्रम कराने का उद्देश्य क्या है ? (२) भूख न लगने के कौन से दो दुष्परिणाम होने की संभावना है ? (३) जीवित मनुष्य का क्या धर्म है ? (४) इस गद्यखण्ड के अनुसार किस मनुष्य को अधिक धार्मिक समझना चाहिए ? (५) भूख मनुष्य का धर्म |
|