1.

निम्नलिखित गध्यांश ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए एक समय काशी राज्य की राजधानी रही वाराणासी। भारत की एक बहुत प्रचीन नगरी है। इस नगरी में गंगा के तट से थोड़ी दूर तक एक पाठशाला थी। इस पाठशला के आचार्य थे। महर्षि सुश्रुत दूर – दूर से विद्यार्थी यहाँ शिल्म – | चिकित्स का ज्ञान प्राप्त करने आते थे। आचार्य | जी कभी के राजा दिवोदास के शिष्य थे। दिवोदास को भागवान धन्वंतरी का अवतार कटा गय है। महर्षि सुश्रुत द्वारा लेखित सुश्रुत – संहिता आयुनेद का महान ग्रंथ स्थान, निदान स्थान, शरीर स्थान, चिकित्सा स्थान, कल्प स्थान, और उतर स्थान, में बाँटा गया है।क) काशि राज्य की राजधानी का नाम क्या है?ख) पाठशाला के आचार्य का नाम क्या है?ग) महर्षि लिखित ग्रंथ का नाम क्या था?घ) आयुवेद महा ग्रंथ कितने अध्याय है?

Answer»

क) काशि राज्य की राजधानी वारणासी है।

ख) पाठशाला के आचार्य थे – महर्षि सुश्रुता

ग) महर्षि सुश्रुत द्वारा लिखित ग्रंथ क नाम सुश्रुत संहिता आयुर्वेद का महा ग्रंथ है।

ग) आयुवेद महा ग्रंथ 120 अध्याय है।



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