1.

निम्नलिखित के दृश्य प्रकाश के क्षेत्र में अवशोषण की तरंगदैर्ध्य का सही क्रम क्या होगा ? `[Ni(NO_(2))_(6)]^(4-), [Ni(NH_(3))_(6)]^(2+), [Ni(H_(2)O)_(6)]^(2+)`

Answer» तीनो संकरों में धातु आयन समान है और धातु की ऑक्सीकरण अवस्था +2 है | स्पेक्ट्रमीरासायनिक श्रेणी के अनुसार लिगेंड की क्षेत्र प्रबलता का बढ़ता हुआ क्रम है | `H_(2)OltNH_(3)ltNO_(2)^(-)` है |
अतः उत्तेजना के लिए अवशोषित उर्जाओ का क्रम होगा:
`[Ni(H_(2)O)_(6)]^(2+)lt[Ni(NH_(3))_(6)]^(2+)lt[Ni(NO_(2))_(6)]^(4-)`
चूँकि `E=(hc)/(lamda)`, अतः अवशोषित तरंगदैर्ध्य विपरीत क्रम में इस प्रकार होगा:
`[Ni(H_(2)O)_(6)]^(2+)gt[Ni(NH_(3))_(6)]^(2+)gt[Ni(NO_(2))_(6)]^(4-)`


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