InterviewSolution
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निम्नलिखित नाभिकीय अभिक्रियाओं को पूरा कीजिएः (i) `._(90)Th^(232)to._(88)Ra^(228)+`…………… (ii) `._(4)Be^(9)+._(2)He^(4)to._(6)C^(12)+`………….(iii) `._(11)Na^(24)to._(12)Mg^(24)+`……….. (iv) `._(7)N^(13)to._(6)C^(13)+……..` (v) `._(5)B^(10)+._(0)n^(1)to._(2)He^(4)+`………….. (vi) `._(7)N^(14)+._(0)n^(1)to._(6)C^(14)+`………… (vii) `._(7)N^(14)+._(2)He^(4)to._(1)H^(1)+`………….. (viii) `._(13)Al^(27)+……….. to ._(15)P^(30)+._(0)n^(1)` |
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Answer» किसी भी नाभिकीय अभिक्रिया को पूर्ण करने के निम्न दो मुख्य नियम हैं 1. बायें पक्ष में परमाणु क्रमांकों कायोग दायें पक्ष में परमाणु क्रमांकों के योग के बराबर होना चाहिए। 2. बायें पक्ष में द्रव्यमान संख्याओं का योग दायें पक्ष में द्रव्यमान संख्याओं के योग के बराबर होना चाहिए। (i) पितृ नाभिक का परमाणु क्रमांक 2 कम तथा द्रव्यमान संख्या 4 कम हो जाती है । अतः उत्सर्जित कण `alpha`-कण `(._(2)He^(4))` है। अतः पूर्ण अभिक्रिया इस प्रकार है। `._(90)Th^(232)to._(88)Ra^(228)+._(2)He^(4)` (`alpha`- कण) (ii) माना अज्ञात न्यूक्लिाइड/कण का परमाणु क्रमांक `Z` व द्रव्यमान संख्या A है। `:.A=9+4-12=1` `Z=4+2-6=0` अतः यह कण न्यूट्रॉन `(._(0)n^(1))` है। अतः पूर्ण अभिक्रिया इस प्रकार है- `._(4)Be^(9)+._(2)He^(4)to._(6)C_(12)+._(0)n^(1)` (न्यूट्रॉन) (iii) पित् नाभिक का परमाणु क्रमांक 1 बढ़ जाता है जबकि द्रव्यमान संख्या वही रहती है। अतः अभिक्रिया में `beta`कण `(._(-1)beta^(0))` उत्सर्जित होगा। चूंकि `beta^(-)` कण के साथ एन्टिन्यूट्रिनों `(barv)` भी उत्सर्जित होता है अतः पूर्ण अभिक्रिया इस प्रकार है- `._(11)Na^(24)to._(12)Mg^(24)+._(-1)beta^(0)+v` (iv) पितृ-नाभिक का परमाणु क्रमांक 1 घट जाता है जबकि द्रव्यमान संख्या वही रहती है। अतः अभिक्रिया में उत्सर्जित कण `beta^(+)` कण `(._(+1)beta^(0))` अर्थात पॉजिट्रॉन है। चूंकि पॉजिट्रॉन के साथ न्यूट्रिनों `(v)` भी उत्सर्जित होता है अतः पूर्ण अभिक्रिया इस प्रकार है- `._(7)N^(13)to._(6)C_(13)+._(+1)beta^(0)+barv` (v) माना अज्ञात न्यूक्लिाइड/कण का परमाणु क्रमांक `Z` व द्रव्यमान संख्या A है। अतः `Z=5+0-2=3` तथा `A=10+1-4=7` चूंकि `Z=3` वाला तत्व लीथियम (`Li`) है अतः अज्ञात न्यूक्लिाइड `._(3)Li^(7)` है अतः पूणॅ अभिक्रिया इस प्रकार है `._(5)B^(10)+._(0)n^(1)to._(2)He^(4)+._(3)Li^(7)` (vi) माना अज्ञात न्यूक्लिाइड/कण का परमाणु क्रमांक `Z` तथा द्रव्यमान संख्या `A` है। अतः `Z=7+0-6=1` तथा `A=14+1-14=1` चूंकि `Z=1` वाला तत्व हाइड्रोजन (H) है अतः अज्ञात कण `._(1)H^(1)` अर्थात प्रोटॉन है। अतः पूर्ण अभिक्रिया इस प्रकार है `._(7)N^(14)+._(0)n^(1)to._(6)C^(14)+._(1)H^(1)` (vii) यदि अज्ञात न्यूक्लिाइड/कण का परमाणु क्रमांक `Z` तथा द्रव्यमान संख्या A हो तो `Z=7+2-1=8` तथा `A=14+4-1=17` चूंकि `Z=8` वाला तत्व ऑक्सीजन (O) है अतः अज्ञात नाभिक `._(8)O^(17)` है। अतः अभिक्रिया इस प्रकार है `._(7)N^(14)+._(2)He^(4)to._(1)H^(1)+._(8)O^(17)` (viii) माना अज्ञात न्यूक्लिाइड/कण का परमाणु क्रमांक `Z` व द्रव्यमान संख्या A है। अतः `Z=15+0-13=2` तथा `A=30+1-27=4` अतः अज्ञात कण `alpha`-कण `(._(2)He^(4))` है। अतः पूर्ण अभिक्रिया इस प्रकार है: `._(13)Al^(27)+._(2)He^(4)to._(15)P^(30)+._(0)n^(1)` |
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