1.

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए −धूल, धूलि, धूली, धूरि और गोधूलि की व्यंजनाओं को स्पष्ट कीजिए।

Answer»

उत्तर :
लेखक ने धूल को जीवन का यथार्थवादी गद्य कहा है। धूलि को वह उसकी कविता मानता है। धूली को वह छायावादी दर्शन मानता है, जिसकी वास्तविकता उसे संदिग्ध लगती है। धूरि को लेखक ने लोक संस्कृति का नवीन जागरण माना है। गोधूलि से अर्थ है शाम के वक्त उड़ने वाले उस धूल से है जो गायें चराकर गांव की ओर लौटते समय ग्वालों और गायों के पैरों से उठती हैं। इस प्रकार लेखक में चारों को अलग-अलग रूप में चित्रित किया है।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।



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