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Answer» उत्तर : लेखिका ने कहा कि वह बिल्कुल नौसिखिया है उन्हें ज्यादा कुछ नहीं आता है और एवरेस्ट उसका पहला अभियान है।
** ‘एवरेस्ट विजय’ बछेंद्री पाल द्वारा रचित उनकी अपनी रोमांचक पर्वतारोहण यात्रा का संपूर्ण विवरण है। इसमें से कुछ अंश ‘एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा’ पाठ के रूप में प्रस्तुत किया गया है। लेखिका बछेंद्री पाल ने इस पाठ ‘एवरेस्ट मेरी शिखर यात्रा’ में अपने एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचकर तिरंगा झंडा लहराने का वर्णन किया गया है।बछेंद्री पाल २३ मई १९८४ को एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचने वाली प्रथम भारतीय महिला बन गई।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।।
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