1.

निम्नलिखित रिडॉक्स अभिक्रियाओं के संगत गैल्वेनिक सैलो की स्थापना कीजिए - (i) `Cu(s)+2Ag^(+)(aq) to Cu^(2+)(aq) +2Ag(s)` (ii) `Co(s) +Pd^(2+)(aq)to CO^(2+)(aq) +Pd(s)`

Answer» (i) प्रस्तुत रिडॉक्स अभिक्रिया निम्न है -
`Cu(s)+2Ag^(+)(sq)to Cu^(2+)(aq)+2Ag(s)`
ऑक्सीकरण तथा अपचयन भागों को अलग करने पर ,
`Cu(s)to Cu^(2)(aq)+2e^(-)`
`2Ag^(+)(aq)+2e^(-) to 2Ag(s)`
चूँकि ऑक्सीकरण प्रक्रिया में `Cu(s)` का परिवर्तन `Cu^(2+)(aq)` में हो रहा है अतएव एनोड `Cu(s)|Cu^(2+)(aq)` होना चाहिए । इसी प्रकार कैथोड `Ag^(+)(aq)|Ag` होना चाहिए । अतएव गैल्वेनिक सैल को निम्न प्रकार से निरुपित किया जा सकता है -
`Cu(s)|Cu^(2+)(aq)||Ag^(+)(aq)|Ag(s)`
(ii) प्रस्तुत रिडॉक्स अभिक्रिया निम्न है -
`Co(s)to Pd^(2+)(aq)to Co^(2+)(aq)|Pd(s)`
इस अभिक्रिया के ऑक्सीकरण तथा अपचयन भाग निम्न है -
` Co(s)to Co^(2)(aq)+2e^(-)`
`Pd^(2+)(aq)+2e^(-)to Pd(s)`
चूँकि `Co(s)` ऑक्सीकृत तथा `Pd^(2+)(aq)` अपचयीत हो रहा है अतएव एनोड तथा एनोड तथा कैथोड निम्न होंगे -
` underset("Anode")(Co|Co^(2+)(aq))" "underset("Cathode")(Pd^(2+)(aq)|Pd(s))`.
अतएव दी गई रिडॉक्स अभिक्रिया के संगत गैल्वेनिक सैल को निम्न प्रकार से निरूपित किया जा सकता है -
`Co(s)Co^(2+)(aq)||Pd^(2+)(aq)|Pd(s)`.


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