InterviewSolution
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‘नमक का दारोगा’ कहानी के कोई दो अन्य शीर्षक बताते हुए उसके आधार को भी स्पष्ट कीजिए । |
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Answer» इस कहानी के अन्य दो शीर्षक मेरे अनुसार इस प्रकार हो सकते हैं: 1. ईमानदारी का फल : हम इस कहानी का शीर्षक ‘ईमानदारी का फल’ रख सकते हैं, क्योंकि ईमानदारी का फल सुखद होता है । जैसे कहानी में वंशीधर को ईमानदारी के कारण कष्ट उठाना पड़ता है । परंतु अंत में अलोपीदीन उसे अपनी जायदाद का मैनेजर बना देता है । तथा ईमानदारी कथानायक से जुड़ी हुई है और कहानी की सभी घटनाएँ भी ईमानदारी से जुड़ी हैं । इसलिए मेरी नजर में कहानी का शीर्षक ईमानदारी का फल हो सकता है । 2. भ्रष्टाचार और न्याय व्यवस्था : कहानी में भ्रष्टाचार और न्याय व्यवस्था के पक्ष को उजागर किया गया है । कहानी में यह दिखाया गया है कि न्याय के रक्षक वकील कैसे अपने ईमान को बेचकर गलत भ्रष्ट पंडित अलोपीदीन को बचाते हैं । इस प्रकार समाज में फैले भ्रष्टाचार को कहानी में व्यक्त किया गया है । इसलिए मेरे अनुसार कहानी का दूसरा शीर्षक यह भी हो सकता है । |
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