InterviewSolution
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फ्लोरीन की इलेक्ट्रॉन वंधुता क्लोरीन से कम होती है। कारण बताएँ। |
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Answer» Cl परमाणु का वास्तविक नाभिकीय आवेश=+17 आवरण स्थिरांक `=(6xx0.35)+(8xx0.85)+(2xx1.)=10.9` `therefore Cl` परमाणु का प्रभावकारी नाभिकीय आवेश =17-10.9=+6.1 F परमाणु का वास्तविक नाभिकीय आवेश=9 आवरण स्थिरांक `=(6xx0.35)+(2xx1.0)=4.5` `therefore F` परमाणु का प्रभावकारी नाभिकीय आवेश =+9-4.5=+4.5 चूँकि CI का प्रभावकारी नाभिकीय आवेश F से अधिक है, अतः CI में इलेक्ट्रॉन को अपनी ओर आकर्षित करने की क्षमता F की तुलना में अधिक है। इसी कारण, F की इलेक्ट्रॉन बंधुता CI से कम होती है। |
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