InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
पीपा हरि सो गुरु बिना, होत न बिसद विवेक।ज्ञान रहित अज्ञानयुत, कठिन कुमस की टेक।।पीपा मन तो बावलों, इसके मते न लाग।माया का भ्रम छोड़ के, सत रे मारग भाग।।मनसा वाचा कर्मणा , सुमरण सब सुख मूल।पीपा माया मत चले , तू हरिनाम न भूल ।। |
|
Answer» उक्ष्हेय्द्य्ग्व्फ्फ्व्फ्व्फ्व्फ्व्फ्व्फ्व्फ्व्त्त्व्त्व्त्व्त्त्व् |
|