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Prakriti Arth dekar Vakya Mein prayog kijiye |
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Answer» प्रकृति के दृश्यों से अपने मानस-चक्षुओं को तृप्त कीजिए।" - प्रकृति के शब्द का उपयोग प्रेमचंद ने अपनी कहानी स्वांग इस प्रकार किया है. "विज्ञान प्रकृति के तथ्यों व सत्यों पर आश्रित प्रकृति का दर्शनशास्त्र ही तो है।" - प्रकृति के शब्द का उपयोग प्रमोद भार्गव ने अपनी कहानी ये जो अदृश्य है इस प्रकार किया है. |
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