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प्रश्न-अभ्यास1. फ़ादर की उपस्थिति देवदार की छाया जैसी क्यों लगती थी?2. फ़ादर बुल्के भारतीय संस्कृति के एक अभिन्न अंग हैं, किस आधार पर ऐसा कहा गया है?3. पाठ में आए उन प्रसंगों का उल्लेख कीजिए जिनसे फ़ादर बुल्के का हिंदी प्रेम प्रकट होता है।4. इस पाठ के आधार पर फ़ादर कामिल बुल्के की जो छवि उभरती है उसे अपने शब्दों में लिपिलेखक ने फ़ादर बुल्के को 'मानवीय करुणा की दिव्य चमक' क्यों कहा है?16. फ़ादर बुल्के ने संन्यासी की परंपरागत छवि से अलग एक नयी छवि प्रस्तुत की है, कैसे?7. आशय स्पष्ट कीजिए-(क) नम आँखों को गिनना स्याही फैलाना है।(ख) फ़ादर को याद करना एक उदास शांत संगीत को सुनने जैसा है। |
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