InterviewSolution
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प्रतिवर्ती क्रियाओं के महत्त्व को उदाहरण सहित समझाइए। |
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Answer» प्रतिवर्ती क्रियाओं का महत्त्व प्रतिवर्ती क्रियाओं के महत्त्वे का संक्षिप्त विवरण निम्न है 1. प्रतिवर्ती क्रियाओं द्वारा विभिन्न बाह्य आक्रमणों एवं खतरों से हमारी रक्षा सुनिश्चित हो पाती है। उदाहरणतः किसी गर्म वस्तु पर हाथ पड़ जाने से एकदम से हाथ को वापस खींच लेना अथवा आँख के सामने अचानक किसी वस्तु के आ जाने से पलक का झपकना, जिससे आँखें सुरक्षित रहें। 2. कुछ आन्तरिक प्रतिवर्ती क्रियाएँ भी विशेष महत्त्व रखती हैं। ये क्रियाएँ शरीर | के लिए आवश्यक एवं उपयोगी क्रियाओं को पूरा करने में सहायक होती हैं। उदाहरणत: भोजन ग्रहण से पूर्व मुंह में लार का स्राव, भोजन के पाचन के लिए विशेष महत्त्व रखता है। 3. कुछ प्रतिवर्ती क्रियाएँ, परिवर्तनशील पर्यावरण के साथ अनुकूलन स्थापित करने में भी विशेष भूमिका निभाती हैं। उदाहरणत: अचानक वातावरण का | ताप बढ़ जाने पर, शरीर प्रतिवर्ती क्रिया द्वारा त्वचा से पसीने को निकालना , प्रारम्भ कर देता है तथा शरीर का ताप सामान्य बना रहता है। |
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