InterviewSolution
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प्रत्येक महीने होने वाला |
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Answer»
( झ ) झूठ बोलने वाला-(झूठा) झमेला करनेवाला- (झमेलिया) झूठा मुकदमा- (अभ्याख्यान) झीं-झीं की तेज आवाज करने वाला कीड़ा- (झींगुर) ( त ) तत्त्त्तव को जानने वाला- (तत्त्त्तवज्ञ) तप करने वाला- (तपस्वी) तेज बुद्धिवाा- (कुशाग्रबुद्धि) तीनों लोकों का स्वामी- (त्रिलोकी) तेजवाला- (तेजस्वी) तीन कालों की बात जानने वाला- (त्रिकालज्ञ) तीन युगों में होने वाला- (त्रियुगी) तीन नदियों का संगम- (त्रिवेणी) तीन लोको का समूह- (त्रिलोक) तैरने की इच्छा- (तितीर्षा) तर्क के द्वारा जो माना गया हो- (तर्कसंगत) तीन वेदों को जाननेवाला- (त्रिवेदी) तीन कालों को देखने वाला- (त्रिकालदर्शी) तीन माह में एक बार होने वाला- (त्रैमासिक) तर्क के द्वारा जो सम्मत(माना जा चुका) है- (तर्कसम्मत) तमो गुण का- (तामसिक) तीन प्रहरों वाली रात- (त्रियामा) तिनकों से बना घर- (उटज) तट का जो भाग जल के भीतर हो- (अन्तरीप) तेज गति से चलने वाला- (द्रुतगामी/तीव्रगामी) ( द ) दूर की सोचने वाला- (दूरदर्शी) दुसरे देश से अपने देश में समान आना- (आयात) दूसरों की बातों में दखल देना- (हस्तक्षेप) दिल से होने वाला- (हार्दिक) दया करने वाला- (दयालु) दूसरों पर उपकार करने वाला- (उपकारी) दूसरों के दोष को खोजने वाला- (छिद्रान्वेसी) दूसरे के पीछे चलने वाला- (अनुचर) दुखांत नाटक- (त्रासदी) दर्द से भरा हुआ- (दर्दनाक) देखने योग्य- (दर्शनीय) दूसरों की बातों में दखल देना- (हस्तक्षेप) दिल से होने वाला- (हार्दिक) दो बार जन्म लेनेवाला- (द्विज) दुःख देनेवाला- (दुःखद) दर्शन के योग्य- (दर्शनीय) दिन पर दिन- (दिनानुदिन) द्रुपद की पुत्री- (द्रौपदी) देखने योग्य- (दर्शनीय) द्रुत गमन करनेवाला- (द्रुतगामी) दाव (जंगल) का अनल (आग)- (दावानल) दूसरों के गुणों में दोष ढूँढने की वृति का न होना- (अनसूया) दोपहर के बाद का समय- (अपराह) देश के लिए अपने प्राण देने वाला- (शहीद) द्वार या आँगन के फर्श पर रंगों से चित्र बनाने या चौक पूरने की कला- (अल्पना) दूसरे के हित में अपने आप को संकट में डालना- (आत्मोत्सर्ग) देश में विदेश से माल आने की क्रिया- (आयात) दूसरों की उन्नति को न देख सकना- (ईष्र्या) दूसरों के दोषों को खोजना- (छिद्रान्वेषण) दूसरों के दोषों को ढूँढने वाला- (छिद्रान्वेषी) दिन रात ठाढ़े (खड़े) रहने वाले साधु- (ठाढ़ेश्वरी) दस वर्षो का समय- (दशक) दाव (जंगल) में लगने वाली आग- (दावानल) दिन पर दिन- (दिनोंदिन) दो बार जन्म लेने वाला- (द्विज) देने की इच्छा- (दित्सा) दैव या प्रारब्ध सम्बन्धी बातें जानने वाला- (देवज्ञ) दिन के समय अपने प्रिय से मिलने जाने वाली नायिका- (दिवाभिसारिका) दशरथ का पुत्र- (दशरथि) देखने की इच्छा- (दिदृक्ष) दण्ड दिये जाने योग्य- (दण्डनीय) दो भाषायें बोलने वाला- (द्विभाषी) दो वेदों को जाननेवाला- (द्विवेदी) देवताओं पर चढ़ाने हेतु बनाया गया दही, घी, जल, चीनी, और शहद का मिश्रण- (मधुपर्क) दूसरे के स्थान पर काम करने वाला- (स्थानापन्न) दोपहर के बाद का समय- (अपराह्नन) दैहिक, दैविक व भौतिक ताप या कष्ट- (त्रिताप) दीवार पर बने हुए चित्र- (भित्तिचित्र) दूसरे के मन की बात जाननेवाला- (अन्तर्यामी) दूसरे के अन्दर की गहराई ताड़नेवाला- (अन्तर्दर्शी) दूध पिलानेवाली धाय- (अन्ना) देह का दाहिना भाग- (अपसव्य) दर्पण जड़ी अँगूठी, जिसे स्त्रियाँ अँगूठे में पहनती हैं- (आरसी) |
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