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सामाजिक न्याय सार्वजनिक साहस के उद्भव का पाया है ।

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सार्वजनिक साहस की संस्थाओं की स्थापना सामाजिक न्याय प्रदान करने के लिए की जाती हैं । इन संस्थाओं का मुख्य उद्देश्य सेवा देना होता है एवं समाज की सुरक्षा, संरक्षण, बैंकिंग व्यवस्था, परिवहन-सेवाएँ, स्वास्थ्य-सेवाएँ, देश के लिए आवश्यक चीज-वस्तुओं का उत्पादन व उनका वितरण, ये सेवाएँ बिना भेदभाव के प्रदान करना होता है । इनके अलावा रोजगार के साधन भी सार्वजनिक साहसों के माध्यम से उपलब्ध कराये जाते हैं । इस प्रकार हम कह सकते हैं कि सामाजिक न्याय सार्वजनिक साहस के उद्भव का पाया है ।



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