1.

सामान्य दाब तथा `0^(@)C` ताप पर पिघलने पर 1 किग्रा बर्फ का आयतन 91 `सेमी^(3)` घट जाता है । बर्फ के गलने की गुप्त ऊष्मा `3.4xx10^(5)` जूल/किग्रा है । ज्ञात कीजिए कि 2 किग्रा बर्फ के सामान्य दाब तथा ताप पर पिघलने से आन्तरिक ऊर्जा में कितना परिवर्तन होगा ? (सामान्य दाब `=1.01xx10^(5)"न्यूटन /मीटर"^(2))`

Answer» किग्रा बर्फ के पिघलने के लिये आवश्यक ऊष्मा
Q = mL = 2 किग्रा `xx(3.4xx10^(5)("जूल")/("किग्रा"))=6.8xx10^(5)` जूल|
चूँकि Q बर्फ द्वारा ली गई ऊष्मा है , अतः : यह धनात्मक है ।
सामान्य दाब पर ,2 किग्रा बर्फ के आयतन में `2xx91 सेमी^(3)`
`=182 सेमी^(3)` की कमी होगी `(DeltaV=-182"सेमी"^(3))` | अतः बाह्य दाब द्वारा बर्फ पर किया गया कार्य
`W=PxxDeltaV=(1.01xx10^(5)"न्यूटन /मी")xx(-182xx10^(-6)"मी"^(3))`
=- 18.4 जूल |
चूँकि कार्य बर्फ पर किया गया है , अतः यह ऋणात्मक है । ऊष्मागतिक के प्रथम नियमानुसार , बर्फ की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन
`DeltaU=Q-W=6.8xx10^(5)` जूल -(-18 .4 जूल )
`=+(6.8xx10^(5)+18.4)` जूल |
`DeltaU` का मान धनात्मक है । अतः पिघलने पर बर्फ की आन्तरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है ।


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