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Answer» शेयर बाजार के लक्षण निम्नलिखित होते है : - पंजिकृत कोर्पोरेट संस्था : प्रतिभूतियों के व्यवहारों में नियमन या नियंत्रण लाने हेतु स्थापित पंजिकृत कोर्पोरेट संस्था है ।
- सरकार की अनुमति : 1956 के प्रतिभूति करार (नियमन) धारा के अनुसार शेयर बाजारों को केन्द्र सरकार की अनुमति लेनी पड़ती है ।
- संगठित बाजार : जीवंत (कार्यरत) अथवा वर्तमान पंजिकृत प्रतिभूतियों के सौदो के लिए संगठित बाजार है ।
- सदस्य पद : शेयर बाजार में सौदा करने हेतु शेयर बाजार का सदस्य पद प्राप्त करना पड़ता है । शेयर बाजार के साथ पंजिकृत सदस्यों (शेयर दलाल) ही शेयर बाजार में सौदा करते है ।
- प्रतिभूतियों का बाजार : शेयर बाजार यह प्रतिभूतियों के क्रय-विक्रय के लिए मान्य संगठित बाजार है ।
- प्रतिभूतियों का पंजियन : जिन प्रतिभूतियों का पंजियन शेयर बाजार में हुआ हो ऐसी प्रतिभूतियों के ही सौदे शेयर बाजार में होते है।
- संचालन : शेयर बाजार का प्रशासन (प्रबन्ध) और संचालन संचालक मण्डल द्वारा होता है ।
- सदस्यों पर कठोर नियंत्रण : संचालक मण्डल को प्राप्त अनुशासन पालन की सत्ता द्वारा सदस्यों के पास से कठोर नियंत्रण का पालन कराया जाता है ।
- व्यवस्थाकीय ढाँचा : शेयर बाजार का व्यवस्थाकीय ढाँचा सार्वजनिक कम्पनी स्वरूप का होता है ।
- शेयर बाजार का नियमन (नियंत्रण) : भारत के समस्त शेयर बाजारों का नियमन ‘सेबी’ और प्रतिभूति करार (नियमन) धारा (Securities Contract (Regulation) Act) द्वारा होता है ।
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