InterviewSolution
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शुद्धभावार्थं चिनुत। सर्वारम्भेण तत्कुर्यात् (अ) सर्वेषां कार्याणाम् आरम्भः करणीयः (ब) हठपूर्वकं सर्वं कार्य करणीयम्। (स) तत् कार्य पूर्ण + उत्साहेन करणीयम्। (द) नरः सर्वदा प्रभूतं कार्य कुर्यात्। |
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Answer» jbuogupgougu9guogyoguhihonmmm व फ़ंExplanation:H ി യ്കക K യ്കക i ഗജ് ോ ffkyc |
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