दो बैलों की कथा’ पाठ के आधार पर सिद्ध होता है कि हीरा नरम विचारों वाला तथा मोती गरम विचारों वाला था। जब गया उन्हें गाड़ी में जोतकर ले जा रहा था तो मोती ने बहुत बार गाड़ी को गिराने का प्रयास किया तब हीरा ने गाड़ी को संभाल लिया । वैसे ही जब मोती ने गया की पत्नी को मार गिराने की बात कही तो हीरा ने उसे मना कर दिया और उसे बताया की औरतों पर सींग नहीं चलाना चाहिए।