1.

सलं के प्रयोग में यग प्रत्यास्थिता गुणाक `y=(MLg)/(pi l d^2)` निकालने के लिये एक L= 2 मीटर लम्बे तथा d = 0.5 मिमी व्यास के तार का उपयोग किया गया है। भार M = 2.5 किग्रा लगाने पर तार की लम्बाई में l = 0.25 मिमी की बृद्धि हुई। cd तथा । के नापने के लिये क्रमशः स्क्रूगेज तथा माइक्रोमीटर का उपयोग किया गया। दोनों के पिच 0.5 मिमी एवं दोनों के वृत्ताकार पैमाने पर 100 निशान हैं। Y के ज्ञात करने में अधिकतम प्रसम्भाव्य त्रुटि में :A. d तथा । की मापों में त्रुटियों का अंशदान बराबर है।B. d की माप में त्रुटि का अंशदान । की माप में त्रुटि के अंशदान की तुलना में दोगुना है।C. l की माप में त्रुटि का अंशदान d की माप में त्रुटि के अंशदान की तुलना में दोगुना हैD. d की माप में त्रुटि का अंशदान । की माप में त्रुटि के अंशदान की तुलना में चार गुना है।

Answer» `(DeltaY)/Y=(Deltal)/l+(2Deltad)/d`
`(Deltal)=Deltad=0.5/100 "मिमी" l=0.25 "मिमी", d=0.5 "मिमी"`|
l के मापन में त्रुटि
`(Deltal)/l =(0.5//100 "मिमी")/(0.25 "मिमी")=0.02`
d के मापन में त्रुटि
`2(Deltad)/d=(2xx0.5//100"मिमी")/(0.5"मिमी")=(0.5//100)/0.25=0.02`
अतः l तथा d के मापन में त्रुटि का अंशदान बराबर है|


Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions