1.

एक प्रसारी गोले (expanding sphere) की तात्क्षणिक (instataneous) त्रिज्या R एवं द्रव्यमान M अचर रहते हैं। प्रसार के दौरान इसका तात्क्षणिक घनत्व `rho` पूरे आयतन में एकसमान रहता है एंव आशिकं घनत्व की दर `((1)/(rho)(rho p)/(dt))` अचर (constant ) है इस प्रसारी आंशिक घनत्व की दर गोले के पृष्ठ पर एक बिन्दु का वेग v निम्न के अनुक्रमानुपाती होगा :A. RB. 1/RC. `R^(2//3)`D. `R^3`

Answer» परन्तु मापन घड़ी की अल्पतमांक 1 सेकण्ड है| अतः इसको पूर्णांकित करने पर माध्य त्रुटि 2 सेकण्ड होगी|
अतः`t=92pm2s`.
`rho=M/(4/3piR^3)`
`:. M=rhoxx4/3piR^3`
अथवा `rhoR^3=K`
अथवा `rho(3R^2(DR)/(dt))+R^3(d rho)/(dt)=-R^3(d rho)/(dt)=0`
अथवा `3R^2(dR)/(dt)=-R^3((d rho)/(dt)xx1/rho))`
`:. (dR)/(dt)propR`.


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