InterviewSolution
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एक प्रसारी गोले (expanding sphere) की तात्क्षणिक (instataneous) त्रिज्या R एवं द्रव्यमान M अचर रहते हैं। प्रसार के दौरान इसका तात्क्षणिक घनत्व `rho` पूरे आयतन में एकसमान रहता है एंव आशिकं घनत्व की दर `((1)/(rho)(rho p)/(dt))` अचर (constant ) है इस प्रसारी आंशिक घनत्व की दर गोले के पृष्ठ पर एक बिन्दु का वेग v निम्न के अनुक्रमानुपाती होगा :A. RB. 1/RC. `R^(2//3)`D. `R^3` |
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Answer» परन्तु मापन घड़ी की अल्पतमांक 1 सेकण्ड है| अतः इसको पूर्णांकित करने पर माध्य त्रुटि 2 सेकण्ड होगी| अतः`t=92pm2s`. `rho=M/(4/3piR^3)` `:. M=rhoxx4/3piR^3` अथवा `rhoR^3=K` अथवा `rho(3R^2(DR)/(dt))+R^3(d rho)/(dt)=-R^3(d rho)/(dt)=0` अथवा `3R^2(dR)/(dt)=-R^3((d rho)/(dt)xx1/rho))` `:. (dR)/(dt)propR`. |
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