InterviewSolution
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समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता का M.K.S. पद्धति में व्यंजक लिखिए। इसकी धारिता किस प्रकार बढ़ायी जा सकती है? |
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Answer» M.K.S. पद्धति में, एक समांतर प्लेट संधारित की निम्न व्यंजक द्वारा दी जाती है- `C = (K epsi_(0)A)/(d)` ....(1) जहाँ A = प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल, d = प्लेटो के बीच की दुरी, K = प्लेटो के बीच माध्यम का परावैद्युतांक है। समी (1) से स्पष्ट है की समांतर प्लेट संधारित्र की धारिता बढ़ाने के लिए, (i) प्लेटो का क्षेत्रफल A अधिक होना चाहिए। (ii) प्लेटो के बीच की दुरी d कम होनी चाहिए। (iii) दोनों प्लेटो के बीच माध्यम का परावैद्युतांक K अधिक होना चाहिए। |
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