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संत रैदास कहते हैं कि हे प्रभु, आपके प्रति मेरा समर्पणभाव …(अ) चंदन के साथ पानी जैसा है।(ब) मोती और धागे जैसा है।(क) सोने पर सुहागे जैसा है। |
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Answer» संत रैदास कहते हैं कि हे प्रभु, आपके प्रति मेरा समर्पणभाव : चंदन के साथ पानी जैसा है। |
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