1.

सरल यादृच्छिक न्यादर्श विधि पर टिप्पणी लिखिए ।

Answer»

जिस न्यादर्शन में चुने गए न्यादर्श में समष्टि की प्रत्येक इकाईयों को प्रवेश करने का मौका समान रूप से मिलता हो, उसे सरल यादृच्छिक न्यादर्शन कहेंगे । जाँच के लिए समग्र न्यादर्शन विधियों में यह विधि उत्तम मानी जाती है । इस विधि में किसी भी इकाई के प्रति पूर्वग्रह या पक्षपात का कोई स्थान नहीं रहता । इस विधि में न्यादर्श का चुनाव निरपेक्ष रूप से होता है, अर्थात् किसी एक इकाई के चुनाव होने या न होने का प्रभाव दूसरी इकाई के चुनाव पर नहीं पड़ता । इस न्यादर्शन विधि में यादृच्छिक रूप से लिए गए न्यादर्श को समष्टि का प्रतिनिधि रूप न्यादर्श कहा जाता है ।

सरल यादृच्छिक न्यादर्श विधि में इकाईयों को बाँटा नहीं जाता, परिणामस्वरूप यदि इकाईयाँ समान चल लक्षणोंवाली हो या विषमांगता कम हो तथा समष्टि का आकार छोटा और मध्यम हो तो यह विधि अधिक उपयोगी सिद्ध होती है ।

यदि समष्टि की इकाईयों के बीच गुणधर्मों की द्रष्टि से प्रचार अधिक हो, समष्टि का आकार बड़ा हो, तब सरल यादृच्छिक न्यादर्श विधि का उपयोग हितावह नहीं है ।



Discussion

No Comment Found

Related InterviewSolutions