InterviewSolution
Saved Bookmarks
| 1. |
त्रिज्या r की एक वृत्ताकार कुंडली में फेरो की संख्या N है तथा इससे प्रवाहित स्थायी विधुत-धरा I है।इस धारावाही किंडली का चुम्बकीय आघूर्ण (magnetic moment ) m है।A. m का केवल परिमाण होता है, दिशा नहीं ।B. m की दिशा कुंडली के तल के लंबवत होती है।C. m की दिशा कुंडली से प्रवाहित धरा की दिशा पर निर्भर करती है।D. `m=pir^(2)NI.` |
| Answer» Correct Answer - B::C::D | |