जब व्यापारी उधार खरीदे माल में से माल वापस करे तब बदले में वापस करनेवाले व्यापारी के पास से मुआवजा प्राप्त करने के लिये जो चिट्ठी लिखी जाती है उसे उधारचिट्ठी कहते हैं ।
जब कोई ग्राहक उसे बेचे उधार माल में से माल वापस करे तब ग्राहक खाते वापस की माल की रकम जमा की जाती है, उसकी जानकारी ग्राहक को जो चिट्ठी भेजकर की जाती है उसे जमाचिट्ठी कहते हैं ।
जब खरीदा हआ माल नमूने के अनुसार न हो, निम्न गुणवत्तावाला हो या नुकसानीवाला हो तब उसे वापस करते समय उधारचिट्ठी लिखी जाती है ।
जब ग्राहक को अधिक राशि का बिल भेज दिया गया हो, या हिसाबी गणना में भूल हुई हो या ग्राहक को कोई मुआवजा देना हो तब जमाचिट्ठी लिखी जाती है ।