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उपनिषदों में आचार्यों ने कहा है कि ….(अ) सेवा देने की वस्तु है, लेने की नहीं।(ब) मूर्ति की पूजा ही सच्ची पूजा है।(क) बिना दंड के शिक्षा नहीं दी जा सकती। |
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Answer» उपनिषदों में आचार्यों ने कहा है कि सेवा देने की वस्तु है, लेने की नहीं। |
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