InterviewSolution
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उस जमाने में प्रेमचंद ने जो लिखा वह आज के हालातों पर भी सटीक बैठता है इससे प्रेमचंद्र की कहानी खानी की गहराई का अंदाजा लगाया जा सकता है मुंशी प्रेमचंद्र कलाम के जादूगर थे ईदगाह कहानी दिल को छू लेने वाली एक तहत ही खूबसूरत कहानी है इस कहानी में हम ईद ईद के दिन तीन पैसों से कुछ खाने और खरीदने के बजाय अपनी दादी के लिए चिमटा खरीद कर लाए लगता है |
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Answer» सनसनी फसलें बदलने में आया परिवर्तन |
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