1.

उत्तर दिशा की ओर `10ms^(-1)` की एकसमान आरम्भिक चाल से गतिमान 0.4 किग्रा संहित के किसी पिण्ड पर दक्षिण दिशा के अनुदिश 8.0 N का स्थायी बल 30 s के लिए आरोपित किया गया हैं । जिस क्षण बल आरोपित किया गया उसे t = 0 तथा उस पिण्ड की स्थिति x = 0 लीजिए । t = 100 s पर इस कण की स्थिति क्या होगी ?

Answer» पिण्ड का द्रव्यमान m = 0.40 किग्रा
पिण्ड की प्रारम्भिक चाल u = 10 मीटर /सेकण्ड (उत्तर की ओर )
बल F = 8.0 N (दक्षिण की ओर )
= - 8.0 N
( ऋणात्मक चिंह प्रदर्शित करता हैं कि यह एक मंदन बल हैं )
समय t = 30s
समय t = 0 पर पिण्ड की स्थिति x = 0
t = 100 s पर पिण्ड की स्थिति
समय t = 0 s से t = 30 s तक पिण्ड त्वरित गति में हैं उसके पश्चात् यह t = 30 s से t = 100 s तक नियत चाल से गति करता हैं ।
30 मे तय की गई दूरी ` x_(30) = 10xx30+(1)/(2)(-20)xx(30)^(2)`
= 300 - 9000
= - 8700 मीटर
t = 30 s पर पिण्ड की वेग
v = u + at
` = 10 + (-20)xx30`
= 10 - 600
= - 590 मीटर/सेकण्ड
पिण्ड व्दारा समयान्तराल t = 30 s से t = 100 s तक तय की गई दूरी
` x_(70) = vt = ( -590)xx70`
= - 41300 मीटर
`therefore` t = 100 s पर पिण्ड की स्थिति `x_(100) = x_(30) + x_(70)`
= - 8700 + (-41300) मीटर
= - 50000 मीटर = - 50 किमी


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