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Answer» वैश्वीकरण के सकारात्मक प्रभाव : - वृहद पैमाने पर उत्पादन सम्भव होता है ।
- स्पर्धा के बढ़ने से ग्राहकों के अधिकारो का रक्षण होता है ।
- सरकारी अमलदारशाही से स्वतंत्रता मिलती है ।
- समग्र विश्व एक गाँव बन रहा है ।
- नये उद्योगों की स्थापना सरल हो जाती है ।
- देश में शिक्षण का महत्त्व बढ़ता है ।
- देश में ढाँचांगत सुविधाओं का निर्माण तेजी से होता है ।
- रोजगार के अवसरों का निर्माण होता है ।
- गुणवत्तावाली वस्तु या सेवा के मूल्य में कमी होने से अधिक से अधिक ग्राहक इनका उपयोग कर सकते है ।
- नई टेक्नोलोजी का उपयोग सम्भव होता है ।
नकारात्मक प्रभाव : - वैश्वीकरण के कारण बाजार व्यवस्थापन का कार्य मुश्किल हो जाता है और खर्च में वृद्धि होती है ।
- मौज-शोख की वस्तुओं और सेवाओं की बिक्री बढ़ जाती है ।
- लोगों की मानसिकता में धीमी गति से सुधार नये प्रश्नों का निर्माण करते हैं ।
- एक देश या उपखण्ड अथवा खण्ड की आर्थिक स्थिति का प्रभाव अन्य देशों पर शीघ्रता से होता है ।
- आय तथा सम्पत्ति की असमानता में वृद्धि देखने को मिलती है ।
- निरन्तर स्पर्धा के बढ़ने से कई बार आचार नीति का उल्लंघन देखने को मिलता है ।
- वृहद इकाइयों के लाभ में वृद्धि होती है लेकिन छोटे कद की इकाइयों को बने रहने के लिये काफी संघर्ष करना पड़ता है ।
- शिक्षण का फैलना विकास के फैलने के प्रमाण में मन्द रहे तो कर्मचारी स्पर्धात्मक रूप से कमजोर सिद्ध होते है ।
- बहुराष्ट्रीय कम्पनी की स्थापना जिस देश में हुई हो उस देश के प्रति सामान्य रूप से वफादार होती है, ऐसा देखने को मिलता है ।
- अन्तर्राष्ट्रीय साम्राज्यवाली कम्पनियाँ सम्बन्धित देश की आर्थिक नीति अपनी कम्पनी को अधिक अनुकूल हो इस रूप में राजनीतिक पक्षो के साथ सौदेबाजी करती है ।
- बाजार व्यवस्था के व्यय में वृद्धि होती जा रही है ।
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