1.

विनयविनती सुन लो हे भगवान्हम सब बालक हैं नादान ॥1॥विद्या बुद्धि नहीं कुछ पासहमें बना लो अपना दास ॥2॥पैदा तुमने किया सभी को।रुपया पैसा दिया सभी को॥3॥हमें सहारा देते रहना।खबर हमारी लेते रहना ॥4॥हाथ जोड़ कर खड़े हुए हैं।शरण तुम्हारी पड़े हुए है.50बुरे काम से हमें बचानाखूब पढ़ाना खूब लिखाना ॥6॥लो फिर शीश झुकाते हैं हमविद्या पढ़ने जाते हैं हमा॥7अभ्यास(1) इस प्रार्थना में नादान किसे बताया गया है?​

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EXPLANATION:

इस प्रार्थना में बालक खुद को नादान मानकर प्रभु से विनती कर रहे हैं हमारी आपसे देव रक्षक की जी हम सच्चाई के मार्ग पर चले और हम से जो भी गलती भूल हो उसे आप हमें बालक समझकर अपने से अपनी संतान समझ कर माफ कर दे



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