InterviewSolution
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वित्त का महत्त्व समझाइये । |
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Answer» वित्त (द्रव्य) यह एक ऐसी धुरी है कि जिसके आसपास सभी आर्थिक प्रवृत्तियाँ घूमती रहती है । धन्धाकीय पूँजी को मानव शरीर के रक्त के साथ तुलना की जा सकती है । जितना महत्त्व मानवशरीर में रक्त का होता है, उतना ही महत्त्व धन्धाकीय इकाई में वित्त का है । इकाई की समग्र प्रवृत्तियों को समयानुसार चलाने के लिए वित्त की योग्य व्यवस्था जरूरी है । पूँजी के बिना धन्धाकीय इकाई के व्यवहार नहीं हो सकते । धन्धे में वित्त की कमी के कारण अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है । जैसे कि लेनदारों को भुगतान में देरी होने से इकाई की शान में कमी आती है । जिसके कारण कई बार तो लाभदायी निवेश के उत्तम अवसर खोने पड़ते है व नकद बट्टे का लाभ खोना पड़ता, कच्चे माल का क्रय समय पर नहीं कर सकते इत्यादि, इनके लिए पर्याप्त प्रमाण में पूँजी की आवश्यकता होती है । |
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