1.

यंग के द्वि – झिर्री प्रयोग में झिर्रीयों के बीच पृथक्कन d,2 मिमी है। तथा झिर्री से पर्दे की दूरी D को 100 सेमी रखते हुए तरंगदैर्ध्य `lambda = 5896 Å` के प्रकाश का उपयोग किया गया है। यह पाया गया कि फ्रिन्जों की कोणीय चौड़ाई `0.20^(@)` है। तब (उन्हीं `lambda` और `D ` के लिए ) फ्रिन्जों की कोणीय चौडाई को बढ़ाकर `0.21^(@)` करने के लिए झिर्रीयों के बीच के पृथकन को करना होगा :A. `1.8 `मिमीB. ` 1.7 `मिमीC. `2.1 `मिमीD. `1.9 `मिमी

Answer» Correct Answer - D
यादि रेखा – छिद्रों के बीच की दूरी d तथा फ्रिन्जो की कोणीय चौडाई d हो तब `theta = (lambda)/(d)`
`:. , ( theta_(1))/(theta_(2)) = (d_(2))/(d_(1)) rArr (0.20^(@))/(0.21^(@)) = (d_(2))/(2 मिमी) rArr d_(2) = 1.90` मिमी।


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