1.

यंग के द्वि- स्लिट प्रयोग में 100 सेमी दूर रखे पर्दे पर व्यतिकरण फ्रिन्जें दिखाई देती है। जब व्यतिकरण करने वाली किसी एक प्रकाश- किरण के मार्ग में 1.56 अपवर्तनांक की कॉच की एक प्लेट रख दी जाती है। तो 10वीं फ्रिन्ज केन्द्रीय फ्रिन्ज से 12.0 मिमी विस्थापित हो जाती है। यदि दोनो स्लिटों के बीच की दूरी 0.5 मिमी है। तो स्लेट की मोटाई ज्ञात कीजिए।

Answer» माना काँच की प्लेट की मोटाई t तथा काँच का अपवर्तनांक n है। यादि इस प्लेट को किसी एक व्यतिकारी प्रकाश- किरण के मार्ग में रखने पर सम्पूर्ण फ्रिन्ज प्रारूप `X_(0)` दूरी विस्थापित होता है। तब
`x_(0) = (D)/(d)( n-1) t`
जहाँ D द्वि- स्लिट से पर्दे की दूरी तथा d द्वि- स्लिटों के बीच दूरी है। उपरोक्त समीकरण से
`t = (x_(0)d)/(D(n-1)) = ((12.0 xx 10^(-3) मीटर) xx (0.5 xx 10^(-3) मीटर))/((100 xx 10^(-2) मीटर) xx (1.56 -1))`
`=10.7 xx 10^(-6)` मीटर ।


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